ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अं.ति.05 जनवरी 2015
ऑनलाइन टेस्ट की तिथि19-22 फरवरी 2015
कॉमन मैनेजमेंट एंट्रेंस टेस्ट (सीमैट) का आयोजन ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) द्वारा किया जाता है। इस सम्मिलित परीक्षा के बाद उम्मीदवार एआईसीटीई से सम्बद्ध सभी कॉलेज/इंस्टीटय़ूट में दाखिला पा सकते हैं। हालांकि आईआईएम व अन्य प्रमुख संस्थानों को इस पैनल से दूर रखा गया है। जो भी उम्मीदवार इस टेस्ट में सफल होंगे, वे डिग्री, डिप्लोमा व पोस्ट ग्रेजुएट लेवल के मैनेजमेंट प्रोग्राम के सत्र 2015-16 में दाखिला पा सकते हैं। इसमें रजिस्ट्रेशन से लेकर एग्जाम तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है।
जो उम्मीदवार पहले टेस्ट में पास हो चुके हैं, वे अपना स्कोर बढ़ाने के लिए दूसरे टेस्ट में बैठ सकते हैं। चार दिनों तक चलने वाली इस परीक्षा में उम्मीदवार अपनी सुविधानुसार स्लॉट बुक करवा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 06 नवंबर 2014 से चल रही है।
स्नातक कर चुके बैठें टेस्ट में
इस प्रवेश परीक्षा में वही उम्मीदवार सम्मिलित हो सकते हैं, जिन्होंने 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक परीक्षा पास कर ली हो। इसके अलावा वे उम्मीदवार भी इसमें रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, जो इस साल स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा में बैठ रहे हैं। हालांकि इसमें उम्र-सीमा का कोई प्रावधान नहीं रखा गया है।
रजिस्ट्रेशन के पश्चात उम्मीदवार 30 जनवरी 2015 को अपने हॉल टिकट का प्रिंट आउट ले सकते हैं, जबकि रिजल्ट की घोषणा 25 मार्च 2015 को की जाएगी। इसमें स्लॉट की बुकिंग ‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार पर की जा सकती है।
चार सेक्शनों की लिखित परीक्षा
सीमैट में उम्मीदवार को चार सेक्शनों के उत्तर देने होते हैं, जिसमें क्वांटिटेटिव टेक्निक्स एवं डाटा इंटरप्रिटेशन, लॉजिकल रीजनिंग, लैंग्वेज कांप्रिहेंशन, जनरल अवेयरनेस शामिल हैं। इसमें कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे तथा इसके लिए तीन घंटे का समय निर्धारित होगा। प्रश्नों का स्वरूप बहुविकल्पीय होगा तथा प्रत्येक के चार विकल्प दिए होंगे। उम्मीदवार एक सेक्शन से दूसरे सेक्शन पर आसानी से जा सकते हैं। एग्जाम के दौरान प्रत्येक सेक्शन को पूरा करने के बाद उम्मीदवार चाहें तो उसका रिव्यू भी कर सकते हैं, लेकिन उन्हें इसके लिए अलग से कोई टाइम नहीं दिया जाएगा। साथ ही उम्मीदवार को स्क्रैच पेपर दिया जाता है। एग्जाम खत्म होने के बाद उसे वहीं छोड़ना होता है। इसमें उम्मीदवार को पहले से बुक किए गए कम्प्यूटर/टर्मिनल पर बैठना होता है। टेस्ट के दौरान कोई ब्रेक भी नहीं मिलता।
अर्थमेटिक से पाएं अधिक अंक
क्वांटिटेटिव स्किल्स के सेक्शन में अर्थमेटिक से अधिक प्रश्न पूछे जा सकते हैं और अल्जेब्रा व मेंसुरेशन दूसरे सबसे बड़े मार्किंग टॉपिक हो सकते हैं। अल्जेब्रा में इक्वेशन महत्वपूर्ण होती हैं, इसलिए उम्मीदवारों को यह सलाह दी जाती है कि इन टॉपिक्स को अच्छे से तैयार करें। इनका स्तर दसवीं का होता है।
आधारभूत जानकारी से लैस रहें
चाहे क्वांटिटेटिव एबिलिटी का सेक्शन हो या लैंग्वेज स्किल्स का, दोनों में ही बेसिक क्लीयर हो, तभी आसानी से उनका उत्तर दिया जा सकता है। मैथ्स में जहां अर्थमेटिक, अल्जेब्रा, मेंसुरेशन आदि की आधारभूत जानकारी आवश्यक है, वहीं इंग्लिश में ग्रामर पर फोकस करने की जरूरत है।
अपना दिमाग खुला रखें
लॉजिकल रीजनिंग में ज्यादातर ग्रुपिंग, अरेंजमेंट, वर्बल/नॉन वर्बल रीजन के प्रश्न हो सकते हैं। इनके जवाब देने का ढंग अन्य सेक्शन की अपेक्षा अलग होता है। इसमें प्रेजेंस ऑफ माइंड की दरकार होती है। इसके लिए उम्मीदवार का एनालिटिकल माइंड बिल्कुल शार्प हो तथा वह ओपन माइंड से प्रश्नों का उत्तर देने की कोशिश करे, क्योंकि प्रश्न काफी घुमावदार होते हैं।
जनरल अवेयरनेस भी महत्वपूर्ण
जनरल अवेयरनेस में ज्योग्रफी, साइंस, कांस्टिटय़ूशन, हिस्ट्री, मैनेजमेंट, पॉलिटिकल साइंस व देश-दुनिया आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। उपरोक्त विषयों के अध्ययन के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें कारगर होती है।
विश्लेषण करने के नजरिए से पढ़ें न्यूज पेपर
लैंग्वेज कांप्रिहेंशन सेक्शन में रीडिंग कांप्रिहेंशन व वर्बल एबिलिटी से प्रश्न पूछे जा सकते हैं। रीडिंग कांप्रिहेंशन मजबूत करने के लिए जहां नियमित रूप से इंग्लिश न्यूजपेपर का एनालिसिस जरूरी है, वहीं वर्बल एबिलिटी में ग्रामर का सेक्शन मजबूत होना जरूरी है। इंग्लिश न्यूजपेपर में एडिटोरियल सेक्शन पर विशेष जोर दें तथा ग्रामर में यूजेज, पैराजंबल्स, एनालॉजी, फिल इन दि ब्लैंक्स, वोकेबुलरी आदि पर प्रश्न आते हैं।
नेगेटिव मार्किंग से रहें सावधान
इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होने के कारण उम्मीदवार उन्हीं प्रश्नों को पहले हल करें, जो उन्हें अच्छी तरह से आते हों। एक सवाल का उत्तर गलत होने पर एक अंक काट लिया जाएगा।
ऑनलाइन टेस्ट की तिथि19-22 फरवरी 2015
कॉमन मैनेजमेंट एंट्रेंस टेस्ट (सीमैट) का आयोजन ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) द्वारा किया जाता है। इस सम्मिलित परीक्षा के बाद उम्मीदवार एआईसीटीई से सम्बद्ध सभी कॉलेज/इंस्टीटय़ूट में दाखिला पा सकते हैं। हालांकि आईआईएम व अन्य प्रमुख संस्थानों को इस पैनल से दूर रखा गया है। जो भी उम्मीदवार इस टेस्ट में सफल होंगे, वे डिग्री, डिप्लोमा व पोस्ट ग्रेजुएट लेवल के मैनेजमेंट प्रोग्राम के सत्र 2015-16 में दाखिला पा सकते हैं। इसमें रजिस्ट्रेशन से लेकर एग्जाम तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है।
जो उम्मीदवार पहले टेस्ट में पास हो चुके हैं, वे अपना स्कोर बढ़ाने के लिए दूसरे टेस्ट में बैठ सकते हैं। चार दिनों तक चलने वाली इस परीक्षा में उम्मीदवार अपनी सुविधानुसार स्लॉट बुक करवा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 06 नवंबर 2014 से चल रही है।
स्नातक कर चुके बैठें टेस्ट में
इस प्रवेश परीक्षा में वही उम्मीदवार सम्मिलित हो सकते हैं, जिन्होंने 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक परीक्षा पास कर ली हो। इसके अलावा वे उम्मीदवार भी इसमें रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, जो इस साल स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा में बैठ रहे हैं। हालांकि इसमें उम्र-सीमा का कोई प्रावधान नहीं रखा गया है।
रजिस्ट्रेशन के पश्चात उम्मीदवार 30 जनवरी 2015 को अपने हॉल टिकट का प्रिंट आउट ले सकते हैं, जबकि रिजल्ट की घोषणा 25 मार्च 2015 को की जाएगी। इसमें स्लॉट की बुकिंग ‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार पर की जा सकती है।
चार सेक्शनों की लिखित परीक्षा
सीमैट में उम्मीदवार को चार सेक्शनों के उत्तर देने होते हैं, जिसमें क्वांटिटेटिव टेक्निक्स एवं डाटा इंटरप्रिटेशन, लॉजिकल रीजनिंग, लैंग्वेज कांप्रिहेंशन, जनरल अवेयरनेस शामिल हैं। इसमें कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे तथा इसके लिए तीन घंटे का समय निर्धारित होगा। प्रश्नों का स्वरूप बहुविकल्पीय होगा तथा प्रत्येक के चार विकल्प दिए होंगे। उम्मीदवार एक सेक्शन से दूसरे सेक्शन पर आसानी से जा सकते हैं। एग्जाम के दौरान प्रत्येक सेक्शन को पूरा करने के बाद उम्मीदवार चाहें तो उसका रिव्यू भी कर सकते हैं, लेकिन उन्हें इसके लिए अलग से कोई टाइम नहीं दिया जाएगा। साथ ही उम्मीदवार को स्क्रैच पेपर दिया जाता है। एग्जाम खत्म होने के बाद उसे वहीं छोड़ना होता है। इसमें उम्मीदवार को पहले से बुक किए गए कम्प्यूटर/टर्मिनल पर बैठना होता है। टेस्ट के दौरान कोई ब्रेक भी नहीं मिलता।
अर्थमेटिक से पाएं अधिक अंक
क्वांटिटेटिव स्किल्स के सेक्शन में अर्थमेटिक से अधिक प्रश्न पूछे जा सकते हैं और अल्जेब्रा व मेंसुरेशन दूसरे सबसे बड़े मार्किंग टॉपिक हो सकते हैं। अल्जेब्रा में इक्वेशन महत्वपूर्ण होती हैं, इसलिए उम्मीदवारों को यह सलाह दी जाती है कि इन टॉपिक्स को अच्छे से तैयार करें। इनका स्तर दसवीं का होता है।
आधारभूत जानकारी से लैस रहें
चाहे क्वांटिटेटिव एबिलिटी का सेक्शन हो या लैंग्वेज स्किल्स का, दोनों में ही बेसिक क्लीयर हो, तभी आसानी से उनका उत्तर दिया जा सकता है। मैथ्स में जहां अर्थमेटिक, अल्जेब्रा, मेंसुरेशन आदि की आधारभूत जानकारी आवश्यक है, वहीं इंग्लिश में ग्रामर पर फोकस करने की जरूरत है।
अपना दिमाग खुला रखें
लॉजिकल रीजनिंग में ज्यादातर ग्रुपिंग, अरेंजमेंट, वर्बल/नॉन वर्बल रीजन के प्रश्न हो सकते हैं। इनके जवाब देने का ढंग अन्य सेक्शन की अपेक्षा अलग होता है। इसमें प्रेजेंस ऑफ माइंड की दरकार होती है। इसके लिए उम्मीदवार का एनालिटिकल माइंड बिल्कुल शार्प हो तथा वह ओपन माइंड से प्रश्नों का उत्तर देने की कोशिश करे, क्योंकि प्रश्न काफी घुमावदार होते हैं।
जनरल अवेयरनेस भी महत्वपूर्ण
जनरल अवेयरनेस में ज्योग्रफी, साइंस, कांस्टिटय़ूशन, हिस्ट्री, मैनेजमेंट, पॉलिटिकल साइंस व देश-दुनिया आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। उपरोक्त विषयों के अध्ययन के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें कारगर होती है।
विश्लेषण करने के नजरिए से पढ़ें न्यूज पेपर
लैंग्वेज कांप्रिहेंशन सेक्शन में रीडिंग कांप्रिहेंशन व वर्बल एबिलिटी से प्रश्न पूछे जा सकते हैं। रीडिंग कांप्रिहेंशन मजबूत करने के लिए जहां नियमित रूप से इंग्लिश न्यूजपेपर का एनालिसिस जरूरी है, वहीं वर्बल एबिलिटी में ग्रामर का सेक्शन मजबूत होना जरूरी है। इंग्लिश न्यूजपेपर में एडिटोरियल सेक्शन पर विशेष जोर दें तथा ग्रामर में यूजेज, पैराजंबल्स, एनालॉजी, फिल इन दि ब्लैंक्स, वोकेबुलरी आदि पर प्रश्न आते हैं।
नेगेटिव मार्किंग से रहें सावधान
इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होने के कारण उम्मीदवार उन्हीं प्रश्नों को पहले हल करें, जो उन्हें अच्छी तरह से आते हों। एक सवाल का उत्तर गलत होने पर एक अंक काट लिया जाएगा।
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