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Saturday, November 29, 2014

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कोई भी होटल समूह केवल माहौल व सुविधाओं से ही नही पहिचाना जाता है,बल्कि उसकी प्रसिद्धि में होटल की लग्जरी,जायकेदार,देशी विदेशी व्यंजनों की उपलब्धता और विशेष डिसेज़ का भी विशेष योगदान होता है। प्रसिद्धि के विशेष कारणों में होटल में शेफ की नियुक्ति विशेष स्थान रखती है ।सभी नामी होटलों के अलावा आजकल रेस्तरां भी अपने यहाँ शेफ को अपने यहाँ नियुक्त करते हैं। फिक्की द्वारा जारी एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, आगामी वर्षों में फाइवस्टार होटलों की तेजी से बढ़ती संख्या के कारण होटल इंडस्ट्री में तमाम अन्य प्रोफेसनल्स के साथ शेफ की माँग में भी बढ़ोत्तरी होगी।इसलिए एसे युवा जिनकी दिलचस्पी केटरिंग के साथ साथ भारतीय व अन्तर्राष्ट्रीय पकवान बनाने में है एसे युवाओं के लिए शेफ का प्रोफेशन निश्चित रुप से बेहतरीन कैरियर का विकल्प बन सकता है।

कार्य की प्रकृति------

शेफ का काम किसी होटल, रेस्तरा या किसी फास्ट फूड चैन या फूड स्टाल पर खाना बनाना होता है।समय बीतने पर जब चीफ शेफ की भूमिका मिल जाती है तब मेन्यू प्लान करना, सामान मगाँना,तैयारी का सुपर विजन करना, किचिन के स्टाफ को निर्देश देना उसकी जिम्मेदारियों में शामिल हो जाता है।शेफ के रुप में अच्छी क्वालिटी का स्वादिस्ट खाना तैयार करना उसका धर्म है इसका मुख्य कारण है कि  भोजन की क्वालिटी के आधार पर ही ग्राहकों का आना निर्भर करता है और उसी कारण होटल रेस्टोरेंट या फास्टफूड चैन का विजनेस चलता है। आपने आज बहुत से शेफों के नाम सुने होगें जो अपने नाम से पहिचाने जाते हैं और मास्टर शेफ कहलाते हैं।उदाहरण के तौर पर संजीव कपूर,राकेश सेठी,जिंग्स कालरा,मधुर जाफरी आदि ।अतः इससे यह साबित होता है कि शेफ को अलग अलग किस्म के व्यंजनों को बनाना आना ही चाहिये।

कोर्स व योग्यता------

यह प्रोफेशन आपको पैसा तो देता है ही साथ ही देता है प्रसिद्धि मान व सम्मान । जिन्हैं स्बाद की दुनिया पसंद है वे इसे कैरियर के रुप में चुन सकते हैं।
इस काम को सिखाने के लिए कई संस्थान हैं जो इस कला को सिखाते हैं।उनमें एडमीशन के लिए विद्यार्थी को कम से कम 10वीं या 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।10 वीं पास विद्यार्थी डिप्लोमा या सार्टिफिकेट कोर्स कर सकता है और बारहवीं पास विद्यार्थी डिग्री कोर्स में दाखिला ले सकता है। हाँ यह बात बहुत महत्वपूर्ण है कि छात्र का रुझान पाक कला की और अवश्य ही होना चाहिये।उन्हैं खाद्य पदार्थों के बारे में अच्छी जानकारी रखनी चाहिये, खाद्य पदार्थों की तासीर की जानकारी होने से बे लोगों के स्वास्थ्य को  भी सहेज सकेंगें।

रोजगार के अवसर-------

फूड क्राफ्ट,फूड प्रोडेक्सन, फूड एंड बेवरेजेज सर्विस, कन्फेक्सनरी आदि में डिग्री ,डिप्लोमा, या सार्टिफिकेट हासिल करने के बाद रोजगार के कई रास्ते खुल जाते हैं।होटल या रेस्टोरेंट्स , एयर केटरिंग , आर्मी केटरिंग, रेलवे केटरिंग,फूड प्रोसेसन कम्पनीज़, कन्फेक्सनरीज़,थीम रेस्तरा,मॉल,बेस किचिन,अस्पताल, क्रूज लाइनर,कार्पोरेट केटरिंग आदि में शेफ की जरूरत हमेशा रहेगी ही।इसके अलाबा लेखन का क्षेत्र भी इन प्रोफेशनल्स के लिए खुला पड़ा है।अनुभव के आधार पर अपना रेस्तरा या होटल खोलना अन्य रोजगार प्रदायक कार्य होगा।

वे संस्थान जो केटरिंग व होटल मेनेजमैंट के कोर्स कराते हैं।

  • नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग टेक्नोलोजी, नोयडा www.nchmct.org
  • इंदिरा गाँधी नेशनल ओपेन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली www.ignou.ac.nic
  • एलवीआईएचएम,नई दिल्ली         www.ibiihm.com
  • डीपीएमआई,नई दिल्ली               www.dpmiindia.com
  • कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय,टूरिज्म एण्ड होटल मैनेजमेंट विभाग, कुरुक्षेत्र    www.kuk.ac.in

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